टेलीकॉम कम्पनी इस समय अपने अच्छे प्रदर्शन में है की इस लिए क्योकि भारती मार्केट शेयर में एयरटेल ने जिओ को पीछे छोड़ दिया है। आपको पता होगा की यूजर के मामले में रिलायंस जिओ बहुत बड़ी कम्पनी है। जुलाई में एयरटेल ने रीचार्ज पर बढ़ोतरी कर दी थी फिर इसके बाद जिओ ने रिचार्ज बड़ा दिया था।
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मुख्य बातें:
नीचे दिए गए डेटा के अनुसार, एयरटेल, जियो और वोडाफोन-आइडिया के रेवेन्यू मार्केट शेयर (RMS) और संबंधित प्रदर्शन के आधार पर एक टेबल तैयार की गई है:
पैरामीटर | एयरटेल | जियो | वोडाफोन-आइडिया |
---|---|---|---|
RMS में बदलाव | +90 bps | -45 bps | स्थिर |
कुल RMS | – | 43.5% | – |
4G यूजर्स में बदलाव | +4.2 मिलियन | -10.9 मिलियन | -5.1 मिलियन |
टैरिफ बढ़ोतरी का असर | ARPU में वृद्धि | ARPU में वृद्धि | लाभ नहीं हुआ |
यूजरबेस में बदलाव | घटा | घटा | घटा |
कमाई | बढ़ी | बढ़ी | स्थिर या गिरावट |
मुख्य बिंदु:
- एयरटेल ने अपने टैरिफ में तेजी से बढ़ोतरी कर ARPU और RMS में सुधार किया, साथ ही 4G यूजर्स भी जोड़े।
- जियो के RMS में गिरावट और 4G यूजर्स का नुकसान हुआ, लेकिन ARPU में सुधार देखा गया।
- वोडाफोन-आइडिया ने न तो RMS बढ़ाया, न यूजरबेस, और न ही ARPU में सुधार किया।
यह प्रदर्शन इंडस्ट्री में एयरटेल की बढ़ती प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाता है।
- एयरटेल के RMS में 90 बेसिस प्वाइंट्स (bps) का इजाफा हुआ है।
- जियो के RMS में 45 bps की गिरावट दर्ज की गई।
- जियो का RMS अब 43.5% पर आ गया है।
टेलिकॉम सेक्टर की मौजूदा स्थिति
कंपनी | रेवेन्यू मार्केट शेयर (RMS) | यूजरबेस का बदलाव |
---|---|---|
Airtel | बढ़त (90 bps) | 4.2 मिलियन नए 4G यूजर्स |
Jio | गिरावट (45 bps) | 10.9 मिलियन यूजर्स कम हुए |
VI | स्थिर | 5.1 मिलियन यूजर्स कम हुए |
एयरटेल की सफलता के कारण
- प्रीमियम सेवाओं का फोकस:
- एयरटेल ने प्रीमियम पोस्टपेड और ब्रॉडबैंड सेवाओं पर जोर दिया।
- यह रणनीति उच्च-भुगतान वाले ग्राहकों को आकर्षित करने में मददगार रही।
- प्रभावी टैरिफ बढ़ोतरी:
- सही समय पर टैरिफ बढ़ाने से एयरटेल की प्रति उपयोगकर्ता आय (ARPU) में बढ़ोतरी हुई।
- गिरते यूजर्स के बावजूद मजबूत प्रदर्शन:
- यूजरबेस में गिरावट के बावजूद, अधिक टैरिफ और प्रीमियम सेवाओं ने रेवेन्यू में बढ़त बनाए रखी।
क्या आगे होगा?
- एयरटेल की मौजूदा रणनीति इसे रेवेन्यू के मामले में मजबूत स्थिति में बनाए रख सकती है।
- रिलायंस जियो, भले ही यूजरबेस के मामले में आगे है, लेकिन प्रीमियम सेगमेंट पर फोकस करना इसे फिर से बढ़त दिला सकता है।
- वोडाफोन-आइडिया को सर्वाइवल के लिए बड़े बदलाव करने होंगे।
निष्कर्ष
भारती एयरटेल ने दिखा दिया कि सही रणनीति और प्रीमियम सेवाओं पर फोकस से राजस्व में बड़ी बढ़त पाई जा सकती है। जियो के लिए यह एक संकेत हो सकता है कि केवल यूजरबेस पर निर्भर रहने से सफलता सुनिश्चित नहीं होती। आने वाले समय में दोनों कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा और तेज होने की उम्मीद है।
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